

नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है और ऐसे वक्त में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान पाकिस्तान से लगती सीमा पर अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं. भारतीय वायुसेना के विमान बुधवार और गुरुवार को सैन्य अभ्यास करेंगे. पहलगाम आतंकी हमले के बाद बदली परिस्थितियों के मद्देनजर इस सैन्य अभ्यास को काफी अहम माना जा रहा है. हालांकि वायुसेना इसे रूटीन ट्रेनिंग अभ्यास बता रही है. वहीं वायुसेना ने इसके लिए नोटम भी जारी किया है.
भारतीय वायुसेना का यह सैन्य अभ्यास बुधवार यानी 7 मई को दोपहर 3.30 बजे से लेकर गुरुवार यानी 8 मई रात साढ़े 9 बजे तक होगा.
ऑपरेशनल तैयारियां को परखेगी वायुसेना
इसमें वायुसेना के रफाल, सुखोई, मिराज, मिग -29 और जगुवार जैसे लड़ाकू विमान उड़ान भरेंगे. राजस्थान के जैसलमेर, जोधपुर , बीकानेर और पोखरण जैसी जगहों से वायुसेना अभ्यास करेगी.
वायुसेना के इस सैन्य अभ्यास में फ्रंट लाइन एयरक्राफ्ट हिस्सा लेंगे, जो कॉम्बैट ड्रिल्स के साथ ऑपरेशनल तैयारियों को भी परखेंगे. वायुसेना ने इसके लिए नोटम भी जारी किया है, जिससे इस इलाके में कोई भी विमान ना उड़े.
गंगा एक्सप्रेसवे पर भी दिखाई थी ताकत
इससे पहले शुक्रवार को वायुसेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमानों ने गंगा एक्सप्रेसवे पर अपनी दमदार ताकत दिखाई थी, जिसकी गूंज सीमा पार खूब सुनाई पड़ी थी.
ऐसे में अब पाकिस्तान से लगी सरहद पर वायुसेना के विमानों की गर्जना से पाकिस्तान की नींद जरूर उड़ जाएगी, क्योंकि पाकिस्तान को 2019 का जैश के बालकोट के आतंकी कैम्प पर वायुसेना के मिराज का हमला याद जरूर आएगा, जो उसकी सोच से भी परे था. इस बार पाकिस्तान को डर लग रहा है कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत क्या कार्रवाई करता है. इससे उसकी हालत खराब है और पाकिस्तान के राजनेता और पाकिस्तानी सेना को समझ नहीं आ रहा है कि वो करें तो क्या करें.
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