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Delhi Police: 15 अगस्त से ठीक पहले दिल्ली में अवैध हथियारों का बड़ा ज़खीरा बरामद, कुख्यात नीरज बवाना गिरोह के 9 गैंगस्टर अरेस्ट


नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस से पहले सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों का प्रदर्शन करने और बड़ी मात्रा में हथियार रखने के आरोप में कुख्यात नीरज बवाना गिरोह के संदिग्ध सदस्यों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, 12 और 13 अगस्त की दरमियानी रात को, गुप्त सूचना को आधार पर गश्ती के दौरान कई टीमों ने कार्रवाई उन आरोपियों को पकड़ा जो कथित तौर पर सोशल मीडिया पर शस्त्रों का प्रदर्शन कर रहे थे.

अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के पास से एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल, 23 देशी पिस्तौल और 28 कारतूस बरामद किए गए. उत्तर बाहरी जिले के पुलिस उपायुक्त हरेश्वर स्वामी ने कहा, “स्वतंत्रता दिवस से पहले हमने साइबर देखरेख तेज कर दी थी ताकि ऐसे अपराधियों की पहचान की जा सके. उन्हें पकड़ने के लिए टीमें तैनात की गईं.”

अधिकारी ने बताया कि आरोपी यामीन उर्फ जोनी (28), श्रीराम उर्फ छोटू (21) और आदित्य (19) को शाहबाद डेरी, एनआईए और भलस्वा डेरी इलाके से पकड़ा गया. आरोपियों के पास से नौ देशी पिस्तौल, एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल और 15 जिंदा कारतूस बरामद हुए.

इनके अलावा, दो अन्य आरोपी आकाश (21) और अमरजीत उर्फ हैप्पी (26) को क्रमशः नरेला और बवाना से गिरफ्तार किया गया जिनसे पांच पिस्तौल और छह कारतूस जब्त किए गए. एक अन्य कार्रवाई में, सोनल मिश्रा (23), मोमिन खान (25), नूर हसन (26) और आनंद उर्फ मित्तू (36) को शाहबाद डेरी, जे.जे. कॉलोनी बवाना और नाथूपुरा से पकड़ा गया. पुलिस ने मिश्रा से एक पिस्तौल और दो कारतूस, खान और हसन से एक-एक पिस्तौल व एक-एक कारतूस और मित्तू से एक पिस्तौल व दो कारतूस बरामद किए.

पुलिस के मुताबिक, यामीन उर्फ जोनी के खिलाफ पहले भी लूट और चोट पहुंचाने के तीन मामले दर्ज हैं और वह अपराधी संजू सहारावत का सहयोगी तथा नीरज बवाना गिरोह से जुड़ा है. श्रीराम और आदित्य सोशल मीडिया पर हथियार दिखाकर दहशत फैलाने का काम करते थे जबकि आकाश और अमरजीत नरेला-बवाना बेल्ट में अवैध हथियारों की आपूर्ति में सक्रिय थे.

सोनल मिश्रा के खिलाफ पहले से डकैती, झपटमारी, चोरी और शस्त्र अधिनियम के तहत कुल 14 मामले दर्ज हैं, जबकि मोमिन खान के खिलाफ शस्त्र अधिनियम और स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) के चार मामले हैं. नूर हसन के खिलाफ 50 आपराधिक मामले दर्ज हैं और आनंद उर्फ मित्तू का भी आपराधिक इतिहास है. पुलिस ने बताया कि हथियारों के स्रोत का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.



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