नाम क्‍यों डिलीट हुए? राहुल गांधी के हर सवाल का कर्नाटक चुनाव आयोग ने द‍िया जवाब

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Company:एजेंसियां

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राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर कांग्रेस वोटर्स के नाम डिलीट करने का आरोप लगाया, कर्नाटक CEO ने जांच कर 5994 फर्जी आवेदन पाए, ECI ने आरोपों को बेबुनियाद बताया.

नाम क्‍यों डिलीट हुए? राहुल के हर सवाल का कर्नाटक चुनाव आयोग ने द‍िया जवाबराहुल गांधी ने वोट डिलीट करने के आरोप लगाए. (PTI)
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया क‍ि चुनाव आयोग ने क‍िसी को पासवर्ड दे रखा है, जो कांग्रेस वोटर्स के नाम डिलीट कर रहा है. कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्रों में फर्जी लॉगिन और राज्य के बाहर के फोन नंबरों का इस्तेमाल कर ‘सिस्टमैटिक और संगठित तरीके से’ वोट डिलीट किए गए.उन्‍होंने कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट पर 6,018 वोटरों के नाम काटने का आरोप लगाया. पहले चुनाव आयोग ने इसे बकवास और बेबुन‍ियाद आरोप बताया. अब कर्नाटक चुनाव आयोग ने सबूतों के साथ इसका जवाब द‍िया है.

राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने तुरंत प्रतिक्रिया दी. आयोग ने साफ कहा कि किसी भी ‘ऑनलाइन टूल’ से वोट डिलीट करना संभव ही नहीं है. ECI ने कहा कि कोई भी वोट तभी हटाया जा सकता है जब प्रभावित व्यक्ति को अपनी बात रखने का मौका मिले. यानी वोट हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह से निर्धारित कानूनी प्रक्रिया पर आधारित है, किसी आम आदमी के लिए ऑनलाइन वोट डिलीट करना असंभव है.

कर्नाटक CEO ने द‍िए सबूत

कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने भी विस्तृत बयान जारी कर पूरे मामले पर तथ्य प्रस्तुत किए. उन्होंने बताया कि आलंद विधानसभा क्षेत्र में दिसंबर 2022 में फॉर्म-7 के जरिए 6,018 आवेदन वोटरों के नाम हटाने के लिए ऑनलाइन जमा हुए थे. ये आवेदन एनवीएसपी, वीएचए और GARUDA जैसे पोर्टलों से आए थे. बड़े पैमाने पर आए इन आवेदनों पर संदेह हुआ और सभी की जांच की गई. ईआरओ, एईआरओ और BLO की जांच में सिर्फ 24 आवेदन सही पाए गए, जबकि बाकी 5,994 फर्जी या गलत पाए गए. सही पाए गए आवेदनों के आधार पर नाम हटाए गए, बाकी अस्वीकार कर दिए गए.

CEO कर्नाटक ने बताया कि इन फर्जी आवेदनों के खिलाफ 21 फरवरी 2023 को एफआईआर (नंबर 26/2023) अलंद पुलिस स्टेशन, कलबुर्गी में दर्ज कराई गई थी. उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी पहले ही 06 सितंबर 2023 को एसपी, कलबुर्गी और कर्नाटक CID के साथ साझा की जा चुकी थी.



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