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Poonch Grenade Blast: पुंछ के सुरनकोट में 16 राष्ट्रीय राइफल्स मुख्यालय में ग्रेनेड विस्फोट से एक सैन्यकर्मी शहीद हुआ, जांच जारी है. सेना और बीएसएफ सीमा सुरक्षा में तैनात हैं.


जम्मू. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 16 राष्ट्रीय राइफल्स के मुख्यालय के अंदर सोमवार को हुए विस्फोट में एक सैन्यकर्मी शहीद हो गया. अधिकारियों ने बताया कि पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में 16 राष्ट्रीय राइफल्स के मुख्यालय के अंदर एक ग्रेनेड फटने से सेना का एक जवान शहीद हो गया. एक अधिकारी ने कहा, “विस्फोट आज शाम करीब 7.45 बजे हुआ और इसमें एक जवान शहीद हो गया. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट आतंकवादियों द्वारा फेंके गए ग्रेनेड के कारण हुआ या यह दुर्घटनावश हुआ.”
उन्होंने कहा कि विस्फोट के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है. उन्होंने कहा, “विस्फोट के तुरंत बाद, इलाके की घेराबंदी कर दी गई और पुलिस तथा फोरेंसिक टीमें सबूतों की जांच के लिए मौके पर पहुंच गईं.” पुलिस ने कहा कि सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है और गोला-बारूद के आकस्मिक संचालन या तकनीकी खराबी की भी जांच की जा रही है.
राष्ट्रीय राइफल्स जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद-रोधी तंत्र का एक महत्वपूर्ण घटक है जो स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के साथ मिलकर आंतरिक इलाकों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए काम करता है. सेना 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा (एलओसी) की रक्षा करती है, जबकि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जम्मू संभाग के जम्मू जिले, सांबा जिले और कठुआ जिले में स्थित 240 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) की रक्षा करता है. एलओसी घाटी के बारामूला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा जिलों, पुंछ और राजौरी जिलों और आंशिक रूप से जम्मू जिले में स्थित है.
एलओसी पर सेना और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ का काम आतंकवादियों की घुसपैठ, भारतीय सीमा में हथियारों और गोला-बारूद की आवाजाही को रोकना और पाकिस्तान के समर्थन से आतंकवादी संगठनों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन के खतरे को रोकना है. इनका इस्तेमाल हथियार/गोला-बारूद, नकदी और ड्रग्स गिराने के लिए आतंकवादियों द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जारी रखने के लिए किया जाता है.
ड्रग तस्कर, तस्कर और हवाला मनी रैकेट में शामिल लोग भी सुरक्षा बलों की निगरानी में हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस तरह से जुटाए गए धन का इस्तेमाल आतंकवाद को बनाए रखने के लिए किया जाता है.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें
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