Company:एजेंसियां
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पीयूष गोयल ने भारत अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड संग FTA वार्ता तेज की. भारत ने यूएई, मॉरीशस, ऑस्ट्रेलिया संग समझौते किए, ट्रंप और नरेंद्र मोदी ने सहयोग पर जोर दिया.


गोयल ने बताया कि भारत अपने प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ नए अवसर तलाश रहा है. अमेरिका और न्यूजीलैंड के साथ चल रही बातचीत का उद्देश्य व्यापारिक बाधाओं को खत्म करना और आपसी आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा, “हम अमेरिका और न्यूजीलैंड के साथ व्यापार समझौते के लिए सक्रिय बातचीत कर रहे हैं. इससे दोनों देशों के उद्योगों और उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा.” उन्होंने कहा कि नए समझौतों के चलते भारत को व्यापार में नई संभावनाएं मिली हैं और निर्यात-आयात दोनों में वृद्धि हो रही है. ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौते का दूसरा चरण जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार को और गति मिलेगी. गोयल ने बताया कि भारत का उद्देश्य सिर्फ व्यापार बढ़ाना नहीं है, बल्कि निवेश के नए रास्ते तलाशना, तकनीकी सहयोग बढ़ाना और व्यापारिक बाधाओं को कम करना भी है. भारत अपने व्यापारिक साझेदारों के साथ मिलकर वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा में मजबूती से खड़ा होना चाहता है.
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत और ओमान एक सप्ताह के भीतर मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. यह समझौता कॉप्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट के तहत होगा. भारत और ओमान के बीच बातचीत 2023 में शुरू हुई थी और अब पूरी हो चुकी है. गोयल ने कहा कि भारत विकसित देशों के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है और व्यापार साझेदारी को मजबूत करना चाहता है. उन्होंने यह भी बताया कि यूरोपीय संघ सहित अन्य देशों के साथ भी FTA पर चर्चा चल रही है. पिछले पांच वर्षों में भारत ने मॉरीशस, UAE, ऑस्ट्रेलिया, EFTA और UK के साथ कई व्यापार समझौते किए हैं. भारत अब यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, पेरू, चिली, न्यूज़ीलैंड और अमेरिका के साथ नए समझौतों पर बातचीत कर रहा है. ये प्रयास भारत को वैश्विक व्यापार में मजबूत स्थान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं.
ट्रंप ने भी दिया संकेत
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत के साथ व्यापार समझौते की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि अमेरिका और भारत आपसी सहयोग से व्यापारिक समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अमेरिका के साथ बातचीत को सकारात्मक बताते हुए कहा था कि दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध हैं और व्यापार को आगे बढ़ाने में ये मददगार साबित होंगे. भारत की विदेश नीति में व्यापार को अहम स्थान दिया जा रहा है. ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, रक्षा, कृषि और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में व्यापारिक सहयोग बढ़ाने के लिए भारत लगातार प्रयासरत है. वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बीच भारत अपने साझेदारों के साथ व्यापार को मजबूत कर आर्थिक विकास को गति देना चाहता है.
बयान क्यों महत्वपूर्ण
वाणिज्य मंत्री का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया भर में आर्थिक मंदी की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में भारत का सक्रिय व्यापार सहयोग भविष्य में आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा. आने वाले समय में इन समझौतों से रोजगार, निवेश और तकनीकी सहयोग में इजाफा होने की उम्मीद है. भारत का लक्ष्य है कि व्यापार समझौतों के जरिए वैश्विक बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाए और आर्थिक आत्मनिर्भरता को मजबूती दे.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is related to hindi.news18.com. engaged on dwelling web page. He has 20 yrs of wealthy expertise in journalism. He Began his profession with Amar Ujala then labored for ‘Hindustan Occasions Group…और पढ़ें
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